Anubhab Mowar

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लेखनी प्रतियोगिता -12-Nov-2022

कोई खुश नहीं यहां,हर कोई अपनी दौर में लगा है।

कोई 'कुछ और ' , तो कोई ' थोड़ा और ' में लगा है ।

- अनुभव मोवार ' गुमनाम '

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9 Comments

Gunjan Kamal

16-Nov-2022 07:56 PM

बहुत ही सुन्दर

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बहुत ही सुंदर सृजन

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Abhinav ji

13-Nov-2022 09:29 AM

Very nice👍

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